मिड ब्रेन एक्टिवेशन 5 से 16 साल के बच्चों के मस्तिष्क के सम्पूर्ण विकास के लिए उन्हें पढ़ाई पढ़ाई के साथ साथ सभी गतिविधियों में अधिक होनहार और उनमें छुपी प्रतिभा और अविश्वसनीय क्षमता को विज्ञान , आध्यात्म और ध्यान के माध्यम से जागृत करने का ऐसा अद्भुत प्रशिक्षण /कोर्स है की जिससे उनका सिक्स्थ सेंस इस हद तक बढ़ा देता है कि वे 4 से 10 दिनों में ही बंद आँखों से भी देख सकते हैं
Date
21 & 22 Dec
Time -
3 pm to 5 pm
5 pm to 7 pm
Day-
Saturday & Sunday
Location - Offline in Burhanpur and online From anywhere
Galaxy Mid Brain Activation ,
Indira Colony ,Burhanpur Call - 8085245007
प्रिय माता-पिता,
✅ क्या आप अपने बच्चे को और अधिक बुद्धिमान और प्रतिभाशाली बनाने की चाहत रखते हैं?
✅क्या आप चाहते हैं कि उनकी याददाश्त मजबूत हो?
✅ क्या आप उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहते हैं?
✅क्या आप उन्हें मोबाइल और टीवी की आदत से मुक्त करना चाहते हैं?
✅क्या आप चाहते हैं कि आपके बच्चे का ध्यान और एकाग्रता बढ़े?
✅क्या आप चाहते हैं कि आपके बच्चा बंद आँखों से भी देख सके?
मिड ब्रेन एक्टिवेशन एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है जो बच्चों के मस्तिष्क के दोनों हिस्सों (लेफ्ट और राइट ब्रेन) के बीच तालमेल बिठाने में मदद करती है।हमारे मस्तिष्क के दो भाग होते है, लेफ्ट ब्रेन और राईट ब्रेन । और इन दोनों भागो को जोड़ने वाले हिस्से को कहा जाता है इन्टर ब्रेन या मिड ब्रेन। अधिकतर हम सभी लेफ्ट ब्रेन का उपयोग करते है जबकि राईट ब्रेन बहुत कम उपयोग में आ पाता है। बहुमुखी प्रतिभा का धनी व्यक्ति भी जिंदगी में अपने मस्तिष्क का छोटा सा अंश ही उपयोग करता है, वह भी सिर्फ लेफ्ट ब्रेन का - जोकि तार्किक क्षमता वाला है। सृजन शक्ति से सम्पन्न राईट ब्रेन का उपयोग न के बराबर हो पाता है।तो मस्तिष्क के दोनों भागो के बीच का सेतु यानि मिड ब्रेन यदि एक्टिव हो जाये तो बच्चा ऑलराउंडर बन जाता है, उसके आई. क्यू. दोनों एक साथ बढ़ते है। लेफ्ट ब्रेन स्कूली पढ़ाई, लॉजिकल सोच और याद करने के लिए काफी आवश्यक है। लेकिन राईट ब्रेन आविष्कारक सूझबूझ और सृजनात्मकता के लिए अनिवार्य है।
इससे बच्चों को क्या लाभ होता है?
✅ बेहतर एकाग्रता और फोकस
✅ याददाश्त में सुधार
✅ रचनात्मक सोच का विकास
✅ आत्मविश्वास में बढ़ोतरी
✅ तेज़ और सटीक निर्णय लेने की क्षमताआज के प्रतिस्पर्धी युग में, यह एक जरुरी कौशल है जो आपके बच्चे को भीड़ से अलग खड़ा कर सकता है।
I am a dedicated Student Coach, specializing in Mid Brain Activation, Memory Mind Training, and Mind Power Enhancement. With a deep commitment to nurturing young minds, I empower students to unlock their full potential, improve concentration, and enhance memory. Through proven techniques and personalized guidance, I help students build confidence, develop stronger mental focus, and achieve their academic and personal goals.
As a Student and Parenting Coach, I work closely with families to create supportive environments that foster growth and learning. My mission is to inspire students to believe in their abilities and equip them with the tools they need to excel. Whether it's boosting cognitive skills, strengthening focus, or increasing memory retention, I am passionate about making a positive impact on the lives of students and their families.
हमारे मस्तिष्क के दो भाग होते है, लेफ्ट ब्रेन और राईट ब्रेन । और इन दोनों भागो को जोड़ने वाले हिस्से को कहा जाता है इन्टर ब्रेन या मिड ब्रेन। अधिकतर हम सभी लेफ्ट ब्रेन का उपयोग करते है जबकि राईट ब्रेन बहुत कम उपयोग में आ पाता है। बहुमुखी प्रतिभा का धनी व्यक्ति भी जिंदगी में अपने मस्तिष्क का छोटा सा अंश ही उपयोग करता है, वह भी सिर्फ लेफ्ट ब्रेन का - जोकि तार्किक क्षमता वाला है। सृजन शक्ति से सम्पन्न राईट ब्रेन का उपयोग न के बराबर हो पाता है।
तो मस्तिष्क के दोनों भागो के बीच का सेतु यानि मिड ब्रेन यदि एक्टिव हो जाये तो बच्चा ऑलराउंडर बन जाता है, उसके आई. क्यू. दोनों एक साथ बढ़ते है। लेफ्ट ब्रेन स्कूली पढ़ाई, लॉजिकल सोच और याद करने के लिए काफी आवश्यक है। लेकिन राईट ब्रेन आविष्कारक सूझबूझ और सृजनात्मकता के लिए अनिवार्य है।
ध्यान और विज्ञान के संयोग से से बच्चो के मिडब्रेन को एक्टिव किया जाता है] ब्रेन एक्टिव होने से मैमोरी] कंसेंट्रेशन] विजुलाईजेशन] इमेजिनेशन] क्रिएटिविटी और जल्दी पढ़ने की कला जाग्रत हो जाती हैA जिससे सभी इन्द्रियाँ एक साथ ऑब्जेक्ट को महसूस कर मस्तिष्क को सूचना देने लगती हैA
यह पूरी प्रक्रिया वैज्ञानिक प्रणाली पर आधारित है। बच्चो को शांत और विश्रामपूर्ण स्थिति में ले जाकर उन्हें अलग अलग स्टेप जैसे - ब्रेन जिम, डांस, पजल्स, गेम्स, सिंगिंग, योग व् ध्यान क्रियाएं सिखाई जाती है। शरीर के बाएं व् दाएं दोनों तरफ के अंगो से बराबरी से उपयोग करने की प्रैक्टिस करवाई जाती है।
यह वैसे तो 2 दिन की वर्कशॉप में हो जाता है। पहले और दूसरे दिन 6-6 घंटो का अभ्यास कराया जाता है। इसके बाद हर हफ्ते 2 घंटों का फॉलोअप कराया जाता है।
करीब 1महीने के अभ्यास में बच्चो की इन्द्रियाँ संवेदनशील होने लगती है और लगभग 1 से 2 महीने में पूरी तरह से एक्टिवेशन हो जाता है। इसका लाभ जीवन भर लिया जा सकता है।
इसके एक्टिवेशन से बच्चो में एकाग्रता की जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। जिससे बच्चे आँखे बन्द करके किसी भी वस्तु को छूकर या सूंघकर उसके बारे में सटीक बता देते है] जैसे कि उसे खुली आँखों से देख रहे हो। इस कोर्स को करने के बाद बच्चो की जीवनशैली ही बदल जाती है। यह कोर्स आधुनिक पध्दति पर आधारित है ।इस कोर्स के कई अन्य लाभ है --
* आई- क्यू- काफी तेजी से बढ़ना.
*ग्रहण शक्ति में वृद्धि.
*आत्म विश्वास बढ़ना.
*क्रिएटिविटी का विकास.
* गुस्से पर नियंत्रण.
*स्मरण शक्ति का विकास.
* विश्लेषण क्षमता तथा निर्णय लेने की क्षमता का विकास एवम और भी बहुत कुछ।
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